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Tuesday 2 August 2016


 

सहस्त्रधारा

देहरादून से सहस्त्रधारा करीब 12 किलोमीटर है । हम सहस्त्रधारा रोड पर लगभग सीधे चलते रहे । परन्तु चढ़ाई महसूस नहीं हो रही थी । परंतु सहस्त्रधारा के करीब पहुच कर काफी घुमावदार उतराई है । हम 8 बजे के करीब सहस्त्रधारा पहुच गए । हमें लग रहा था कि काफी पैदल चलना पड़ेगा । लेकिन किस्मत से जहाँ हमारी गाड़ी पार्क हुई । ठीक वहाँ से नीचे लगभग 10 मी0 का रास्ता उतर रहा था । और हम सीधे गंधक के पानी तक नहाने के लिए पहुच गए ।
 यहां का मेन आकर्षण है गंधक के पानी के श्रोत । जिस के पानी को रोक कर यहां पर कई पूल जैसे बना दिये गये हैं । देश विदेश से लोग यहाँ नहाकर अपने चर्म रोग दूर करने के लिए आते है । परंतु ज्यादातर लोग इसमें मौज मस्ती के लिए नहाते हैं ।
वा स्तव में ये जगह एक धार्मिक स्थल है जहाँ शिव मंदिर भी है । ये काफी प्राचीन मंदिर है । जिसे द्रोण गुफा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है । फिलहाल ये जगह पर्यटक स्थल का रूप ज्यादा ले चुकी है जहां पर लोग मजे करने के लिये ज्यादा आते हैं । कुछ लोग शराब पी कर बोतले इधर उधर और पानी में भी फ़ेंक देते है । जो दुसरे लोगो के पैर में चुभने का कारण बन सकती है । अतः नहाने के लिए पानी में सावधानी पूर्वक जाना चाहिये ।
यहां पर बौद्ध मंदिर भी है । बौद्धो की बहुत बडी आबादी और कालोनियां आपको यहां आते हुए देखने को मिलती हैं ।
यहां पर कुछ प्राकृतिक गुफाऐं भी हैं जिनमें से पानी टपकता रहता है ।

यहां पर काफी होटल है और एक कम्पनी का एक पहाड पर स्पा आदि की सुविधा से युक्त होटल हैं । जहां जाने के लिये आपको रोप वे में जाना पडता है । वो काफी महंगा है केवल अमीर लोग ही वहां पर जाते हैं । 
यहां पर रूकने के लिये गढवाल मंडल विकास निगम का रेस्ट हाउस भी है । नहाने के बाद हमने इसी रेस्ट हाउस के बराबर में एक रेस्टोरेंट में नाश्ता किया । वहां नाश्ते में सभी चीजें उपलब्ध थी । सब ने अपनी अपनी पसंद की चीज मंगाई । जैसे ही हम नाश्ता करने बैठे भारी बारिश शुरू हो गई । मानो हमारे घूमने के ख़त्म होने का इंतजार कर रही हो । लगभग 9:30 am पर हम नाश्ता करके फ्री हो गए । सब ने काफी हेवी नाश्ता किया था । बारिश अब भी हो रही थी । मैंने गाड़ी बिलकुल रेस्टोरेंट के मुँह पर लगाई । और अपनी सवारियों को लोड कर लिया 


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Anant and pulkit


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