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भीमताल |
भीमताल
अगले
दिन हम सुबह 7 बजे सो कर उठ गए । जो जल्दी सो कर उठा वो वो पहले बाथरूम का इस्तेमाल
करके तैयार हो गया । जब तक बच्चे तैयार हुए हमने होटल में ही नास्ते के लिए बोल दिया
। होटल में ही एक फ्लोर ऊपर छोटा सा डाइनिंग रूम बनाया हुआ था , जिसमे 2 सेंटर टेबल
और कुर्सियां पड़ी थी । सामने दीवार की जगह पूरे में शीशे की खिड़कियां थी । जिनसे नैनी
झील साफ नजर आती थी । वहाँ आलू के पराठों का नाश्ता करके मजा आ गया । हम 9 बजे होटल
से चेकआउट कर गए । हमे कोई जल्दी नहीं थी । गाड़ी से आराम आराम से नैनी झील के किनारे
किनारे चलते रहे । आगे जा कर एक चौराहा आया । वहाँ से उल्टे हाथ भीम ताल की तरफ मुड़
जाते है । सीधे हाथ सड़क नैनी झील के किनारे किनारे चली जाती है । हम सीधे हाथ चल दिए
। 100 मीटर आगे जा कर एक बरियर लगा था । वहाँ के चौकीदार ने हमें आगे जाने से मना कर
दिया ।शायद यह कोई वी आई पी एरिया था । हम गाड़ी बैक करने लगे । तो चौकीदार ने बड़े प्यार
से आगे से बैक करने को बोल कर आगे जाने दिया । हम गाड़ी बैक कर भीमताल की तरफ चल दिये
।नैनीताल से भीमताल की दूरी 23 कि0 मी0 है।
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भीमताल बोटिंग |
नैनीताल जिले में जगह-जगह पर कई सारी झीलें है, जिनमें
भीमताल, सातताल, नौकुचिया ताल काफी प्रसिद्ध है। भीमताल झील समुद्र तल से 1200 मीटर
ऊंचाई पर स्तिथ है । इस झील के बीच एक छोटे से टापू ने इस झील के सौंदर्य में चार चाँद
लगा दिए है । इसमें बोटिंग का भी अपना मजा है । नावों से टापू में पहुँचने का प्रबन्ध
है।
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झील के बीच एक टापू |
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मछली घर |
मत्स्य विभाग ने इस टापू पर एक मछली घर बना दिया है । जो देखने लायक है । भीमताल
वास्तव में बहुत ही सुंदर झील है । नैनीताल की तरह इसके भी दो कोने हैं जिन्हें तल्ली
ताल और मल्ली ताल कहते हैं। यह भी दोनों कोनों सड़कों से जुड़ा हुआ है। परंतु यह नैनीताल
की तरह विकसित नहीं है । इसलिए यहाँ एक या दो घंटे बाद बोरियत होने लगती है । 2 घंटे
बाद हम भी वहाँ से चल दिए ।
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